Biography
रिवांशराभ्य मिश्रा
भारत के ‘द डॉक्यूमेंट बॉय’ रिवांशराभ्य मिश्र का जन्म –सन् 15 जनवरी 2023 ई. को उत्तर प्रदेश के नॉएडा के एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ पिता मयंक मोहित मिश्रा एनवायरनमेंट साइंटिस्ट है जो दुनिया भर में होने वाले जल प्रदूषण को लेकर संघर्षरत है, जल सरंक्षण में मयंक मोहित मिश्रा विगत 14 वर्षो से देश एवं समाज हित के लिए कार्य कर रहे है। वर्तमान में एक बहुरास्ट्रीय संस्था के साथ मिलकर भारत नमामिगंगे कार्यक्रम के अंतर्गत देशहित के लिए कार्य कर रहे है। रिवांश की माँ पूजा मिश्रा ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट से उच्च शिक्षा के बाद बिज़नेस वीमेन और इंटरप्रेन्योर है। रिवांशराभ्य मिश्रा के दादा श्री सुभाष चंद्र मिश्रा का उत्तर प्रदेश में तार घर स्थापित करने में महत्त्वपूर्ण योगदान था। वही तार घर फिर दूर संचार विभाग एवं उसके बाद BSNL बना। यही तार घरआज के डिजिटल इंडिया की नीव है। दादा श्री सुभाष चंद्र मिश्रा उत्तर प्रदेश के कासगंज में कार्यरत रहे। दादी श्रीमति मंजू मिश्रा उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में प्रधानचर्या के पद से रिटायर्ड थी। दादी श्रीमति मंजू मिश्रा ने अपना सम्पूर्ण जीवन शिक्षा के क्षेत्र में समर्पित कर दिया। रिवांश के नाना श्री अशोक मिश्रा सासनी में प्रतिष्ठित कवि है एवं नानी श्रीमति संगीता मिश्रा कुशल ग्रहणी है।
रिवांश राभ्य मिश्रा नॉएडा में अपने चाचा तरुण तपन मिश्रा जो की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है एवं चाची श्रीमति कुसुम मिश्रा के लालन पोषण में है। दादा एवं नाना के उच्च शिक्षित एवं समाज सेवी होने के कारण रिवांश के पिता मयंक मोहित मिश्रा ने अपने 35 वर्ष के जीवन में ही कई उपलब्धिया हासिल की। पिता मयंक मोहित मिश्रा एवं माँ पूजा मिश्रा चाहते थे की रिवांशराभ्य मिश्रा बचपन से ही दादा, दादी, नाना, नानी के पद चिन्हो पर चले और भारत वर्ष का नाम सम्पूर्ण विश्व में रोशन करे।
जब रिवांशराभ्य मिश्रा का जनम हुआ, तो सबसे पहला डॉक्यूमेंट बर्थ सर्टिफिकेट बनने की बाद उन्होंने आधार के लिए अप्लाई किया। और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न Digital इंडिया के माध्यम से मात्र 3 दिन में रिवांशराभ्य मिश्रा का आधार प्राप्त हुआ। आधार प्राप्त होने के बात , रिवांशराभ्य मिश्रा के पिता मयंक मोहित मिश्रा को अपने पिता सुभाष चंद्र मिश्रा के डॉक्यूमेंटस कलेक्शन और उनके महत्त्व की याद आयी, उन्होंने कम उम्र मे ही रिवांशराभ्य मिश्रा के सारे सरकारी और आवश्यक डॉक्यूमेंट बनवाने का निर्णय लिया। डिजिटल इंडिया के सहयोग और माता पिता के अथक प्रयासों से इतनी कम उम्रमें उन्होंने इतना बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है।
इससे भी अधिक प्रभावशाली बात यह है कि उसके माता-पिता उसके जीवन के शुरुआती चरण में ही उसके लिए सभी आवश्यक सरकारी दस्तावेज प्राप्त करने में सफल रहे हैं, ऐसा कुछ जिसे पूरा करने के लिए बहुत से लोग संघर्ष करते हैं। रिवांशराभ्य मिश्रा के दस्तावेजों की लिस्ट में जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड ,गवर्नमेंट वैक्सीनेशन कार्ड, पैनकार्ड, ABHA कार्ड, बैंक अकाउंट, पीपीएफ अकाउंट, किसान विकास पत्र, एल आई सी, आर डी, FD , डेबिट कार्ड , चेक बुक शामिल है।
वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल करना कई लोगों के लिए एक सपना होता है, लेकिन इस नन्हे बच्चे के लिए यह सिर्फ 2 महीने की उम्र में एक वास्तविकता बन गया। इस नन्हे बच्चे ने कम से कम उम्र में सबसे ज्यादा सरकारी दस्तावेज हासिल करने में कामयाबी हासिल की है। यह एक अद्भुत उपलब्धि है जो युवा पीढ़ी की क्षमता करने की उनकी क्षमता को उजागर करती है।
जहां कई लोग अपने जीवन में कुछ अनोखा हासिल करने के लिए संघर्ष करते हैं, वहीं इस नन्हे बच्चे ने पहले ही एक वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर लिया है। यह एक अद्भुत उपलब्धि है जो कई अन्य लोगों को अपने सपनों का पीछा करने और अपने जीवन में कुछ खास हासिल करने की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करेगी।